याज की बढ़ती कीमतें एक बार फिर लोगों के रसोई का बजट बिगाड़ रही हैं। दिल्ली समेत कई शहरों की सब्जी मंडियों में प्याज थोक में ५५ से ६० रुपये किलोग्राम बिक रही है। फुटकर बाजार में प्याज १०० रुपये किलोग्राम के पार हो गई है। ऑनियन मर्चेंट एसोसिएशन दिल्ली के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने बताया कि दिल्ली में केवल राजस्थान से प्याज आ रही है। महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश में बरसात से प्याज खराब हो गई है। इसका असर आपूर्ति पर पड़ा है। व्यापारियों का मानना है कि दिसंबर के अंत तक प्याज के दाम कम होंगे। आजादपुर मंडी में अफगानिस्तान से प्याज के सात ट्रक आए। आने वाले दिनों में आवक बढऩे से दामों में कमी आ सकती है। प्याज की कीमतों में कमी के लिए अभी कम से कम बीस दिन इंतजार करना होगा। मिस्र से १५ सौ टन प्याज १२ दिसंबर को भारत पहुंचेगी। ऐसे में इस प्याज को बाजार तक पहुंचने में भी वक्त लगेगा। इस बीच, प्याज की कीमतों और उपलब्धता पर नजर रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंर्द मोदी ने पांच मंत्रियों की समिति गठित की है। गृहमंत्री अमित शाह की अगुआई में बनी इस समिति की दूसरी बैठक जल्द होने की उम्मीद है। केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि मानसून की देरी की वजह से इस साल २६ फीसदी प्याज की बुआई कम हुई है। प्याज का अधिक तर पैदावार महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान में होती है। इनमें राजस्थान को छोड़कर सभी प्रदेशों में बाढ की वजह से प्याज की पैदावार खराब हो गई। सरकार ने व्यापारियों के लिए प्याज के भंडारण पर लगी सीमा को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया। मौजूदा समय में, खुदरा व्यापारी १०० क्विंटल तक प्याज का और थोक व्यापारी ५०० क्विंटल तक का भंडारण कर सकता है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें केंद्र सरकार से प्याज नहीं मिल रही है, जिसके चलते सस्ती दरों पर प्याज उपलब्ध कराना मुश्किल है। केजरीवाल ने कहा कि प्याज के दाम बढ़ रहे हैं। यह चिंता का विषय है। बीते दो-तीन दिनों से केंद्र की ओर से प्याज उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। इसे लेकर हम केंद्र को चि_ी लिखेंगे। बहरहाल केन्द्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने भी प्याज की बढ़ती कीमतों पर हाथ खड़े कर दिये हैं और कहते हैं कि प्याज आयात होने के बाद भी इसकी कीमतें कम नहीं हो रही हैं। अब राज्य सरकारों को कारोबारियों पर सख्ती बरतनी पड़ेगी। (हिफी)
प्याज की कीमत ने लगाया शतक