रश्मि ठाकरे बनीं सामना की सम्पादक


उद्धव ठाकरे ने अपनी पत्नी रश्मि ठाकरे की नियुक्ति पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादक के पद पर होने पर कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने के बाद संपादक का पद छोडऩा था। उन्होंने कहा, सामना, शिवसेना और ठाकरे को अलग नहीं किया जा सकता। हम एक परिवार हैं। रश्मि के संपादक बनने के बाद ऐसी अटकलें थीं कि क्या पेपर की भाषा बदल जाएगी। मैं यह कहना चाहता हूं कि भाषा वही रहेगी। संपादकीय जिम्मेदारी संजय राउत देखना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, सामना शिवसेना का मुखपत्र है। यह पार्टी का रुख और मेरे विचार र्पतिबिंबित करता रहेगा। संपादकीय स्वतंत्रता भी रहेगी। उन्होंने कहा, सामना में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल होता है वह हमारी पैतृक भाषा है और वह वही रहेगी। बाद में मत कहना कि रश्मि ठाकरे ने उद्धव ठाकरे की आलोचना की। यद्यपि अधिकतर व्यक्त विचार मेरे, शिवसेना और उसके परे, के होते हैं। र्पेस की स्वतंत्रता भी है। इसलिए संजय राउत अपना संपादकीय कर्तव्य निभा रहे हैं और आगे भी निभाते रहेंगे। भगवान सभी के होते हैं।